कई बार ऐसा होता होंगा कि हम इतना खर्च कर देतें हैं कि बाद में हमें ये पता चलता हैं कि हम कर्जे में आ गये हैं | दूसरे शब्दों में कहें तो हम पैसों को खर्च करने में इतना मशगूल हो गये कि ख़र्चे के ऊपर कंट्रोल नहीं कर पायें | छोटे – छोटे खर्च करते करते कब बड़े खर्च बन गये पता ही नहीं चला | इसलिए आपको ये पता होना चाहिए कि खर्च कैसे करना हैं | और कहाँ करना हैं? जिससे आप अपनी इनकम को और बढ़ा सकें |
कुछ ऐसे खर्च होते हैं जिनकी वजह से आपके जेब से सिर्फ पैसे निकलते हैं | उसके बदलें में आपको कुछ नहीं मिलता | आज मैं आपको कुछ ऐसे उदाहरण देंके बताऊँगा |
- कार लोन पर लेना या खरीदना |
जिस किसी के पास थोड़ा बहुत पैसा होता हैं | वह जरूर कार खरीदता हैं | ऐसे में जहाँ आपने पैसा लगाया हैं वहाँ पर आपको कुछ नहीं मिलता हैं | पूछेंगे कैसे? कार हमेशा डिप्रेसीयेशन पर आधारित होती हैं | ऐसे समझिये कि कार को हमेशा मैंटेन करना पड़ता तो उसमें पैसा जायेंगा | आप भी जानते हो कि जिस दिन नयी कार खरीदते हैं तो शोरूम के बाहर आने के बाद उसकी कीमत में गिरावट आ जाती हैं | जब कीमत में गिरावट आ जाती हैं तो कार की वैल्यू खत्म और ये हुआ तो जितने में आपने खरीदा हैं | उतना पैसा कभी मिलेंगा नहीं तो आप खरीद के पैसा बर्बाद किये | या फिर कार को लोन पर लिये तो भी आपके साथ ऐसा ही होंगा तो कार खरीदने से बचें |
- घर को खरीदने से बचें |
घर पर इन्वेस्ट करना मतलब आपको कभी कुछ नहीं मिलेंगा | कैसे समझाता हूँ? आप ऐसे समझिये आप अपने घर से कितने रूपये कमाये | अगर आपने नहीं कमाये तो हुआ ना पैसा बर्बाद | घर एक इमोशन की तरह होता हैं | जिसे ना तो बेच सकतें हैं और ना ही आप उसे प्रॉपर्टी की तरह यूज़ कर सकतें हैं | प्रॉपर्टी वह हैं | जैसे आपकी खरीदी हुई ज़मीन, जिसको बाद में बेंच के दुगुना तिगुना प्रॉफिट कमा सकें | लेकिन घर को कभी बेच नहीं सकतें | तो घर खरीदने से बचें |
- फर्नीचर पर खर्च ना करें |
जब आप घर खरीदते हैं तो फर्नीचर भी खरीदते हैं और घर की ही तरह फर्नीचर भी इमोशंस की तरह हैं और कार की ही तरह फर्नीचर में भी समय के साथ गिरावट देखने को मिलता हैं | जब आप मार्केट कभी इसे बेचने निकलेंगे तो पायेंगे या तो उस फर्नीचर का आधा दाम या तिहाई दाम मिलेंगा | तो इससे आपको यह सीख मिलती हैं कि उस चीज पर खर्च करें जिनसा आपका काम रुके भी ना और सालोसाल तक चलता रहें और पैसों के मालिक बने रहें |
4.हायर एजुकेशन पर पैसे खर्च ना करें |
बहुत सारे लोग ये सोच कर आगे की पढ़ाई के लिये लोन लें लेते हैं | देखिये पढ़ाई करने के लिये किसी ने मना नहीं किया हैं | लेकिन जब आप हाई इंटरेस्ट रेट पर एजुकेशन लोन लेते हैं | तो वह बुरा होता हैं | ज्यादातर संभावना ये बनती हैं कि लोन नहीं चुका पाते | कारण ये हैं कि आप ये सोच के पढ़ाई करते हो कि नौकरी लग जायेंगी तो सारा लोन चुका देंगे लेकिन नौकरी मिलती नहीं हैं तो आप लोन नहीं चुका पाते | और अगर नौकरी मिलती भी हैं तो सैलरी कम मिलता हैं | और आपको अब सबकुछ देखना रहता हैं | घर का खर्चा देखना पड़ता हैं | अगर आप मेट्रो सिटी में रहतें हैं तो वहाँ की चीजों पर व्यय करना | अगर आपकी शादी हो गयी तो घर का लोन और इस तरह आप एक पुरे जाल में फंस जाते हैं | जिससे आप लोन चुकाने में असमर्थ हो जाते हैं | अगर आप चुका भी लेते हैं तो समय चला जा चुका रहता हैं | तो आप लोगों को हायर एजुकेशन लोन लेने से बचना चाहिए |
5.इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स खरीदने से बचें |
खर्चा बढ़ जाने का एक यह भी एक कारण हैं कि आप इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स खरीदते हैं | इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स की वैल्यू समय के साथ घटती हैं | जिससे अगर आप दोबारा कभी बेचने जाते हो तो पैसा कम मिलता हैं | तो पहले जितना पैसा लगाये थे वह सब पैसा बर्बाद हो जाता हैं | तो पैसा खर्च कर रहें हैं तो सोच समझ के करें | जिस इलेक्ट्रॉनिक चीज से आपका काम रुके या आपके उस इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स खरीदने की वजह से बिज़नेस में ग्रोथ मिलता हैं तो आप उस पर पैसा खर्च कर सकतें हैं | अन्यथा बचें ऐसी चीज़ों को खरीदने से |
6.महँगा शादी कभी ना करें |
दिखावा करने से कभी किसी को कुछ नहीं मिला हैं | अगर आप दिखावा करते हैं तो आप कहीं ना कहीं कर्जे में हैं | ऐसी ही इंडिया में शादियाँ भी होती हैं | समाज में अपना स्टेटस बनाने के लिये लोन लें लेते हैं | ऐसे में आप कर्जे में चले जाते हैं और तीन या चार साल तक कर्जे से बाहर नहीं निकलते हैं | महँगा शादी आपको बहुत महँगा पड़ जाता हैं तो ऐसे में आप कम बजट में शादियाँ करें | और उस बाकि बचें हुए पैसों को कंही इन्वेस्ट कर दें |
निष्कर्ष :-
यहाँ पर मैंने उन चीजों को अवॉयड करना बताया हैं जिनकी वजह से आपका पैसा ज्यादा खर्च होता हैं | और उनकी वजह से आप गरीब बनते जाते हो | तो ऐसे में आप पैसों को ऐसे यूज़ करें जिससे आपकी वेल्थ बढ़े |